दुनिया दीखै / कुंदन माली
दुनिया दीखै
गोल़-गोल़ रोटी
थोड़ी क’ सिक्योड़ी
थोड़ी क’ काची
दुनिया दीखै
गोल़-गोल़ रोटी
थोड़ी क’ झूंठी
थोड़ी क’ सांची
दुनिया दीखै
गोल़-गोल़ रोटी
थोड़ी क’ छोटी
थोड़ी क’ मोटी
दुनिया दीखै
गोल-़गोल़ रोटी
थोड़ी क’ खरी
थोड़ी क’ खोटी
दुनिया दीखै
गोल़-गोल़ रोटी
थोड़ी क’ करड़ी
थोड़ी क’ झाली
दुनिया दीखै
गोल़-गोल़ रोटी
थोड़ी क’ ऊजल़ी
थोड़ी क’ काल़ी
दुनिया दीखै
गोल़-गोल़ रोटी
थोड़ी क’ लाज
थोड़ी क’सरम
दुनिया दीखै
गोल़-गोल़ रोटी
अणथाक मै’णत
थोड़ो क‘ करम
दुनिया दीखै
गोल़-गोल़ रोटी
घणो जथारथ
थोड़ा क’भरम
दुनिया दीखै
गोल़-गोल़ रोटी
मोटा-मोटा पेट
छोटा-छोटा हेत
दुनिया दीखै
गोल़-गोल़ रोटी
थोड़ा-थोड़ा रूसणा
थोड़ा-थोड़ा रतन
दुनिया दीखै
गोल़-गोल़ रोटी
थोड़ी-थोड़ी पगफेरौ
खांडा-बूचा जतन ।