Last modified on 28 अप्रैल 2017, at 17:48

दुबो सेना के मिलान / लोकगीता / लक्ष्मण सिंह चौहान

परे दादा भीषम रामा सेना मरदरबा हो।
के सकतैय हुनकी से जीते हो सांवलिया॥
वोकरो सेना के रामा भीम सरदरबा हो।
हंसि-खेलि जीतबैय लरैया हो सांवलिया॥