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दुलौरिन के मया / मुरली चंद्राकर
Kavita Kosh से
मोर जोरे पिरित ला छोड़ाई लेगे सैया
कोख म पयेव, कोरा न मया पायेव
दाई ददा के जोरा म मया पायेव
मड़वा म घुमरी घुमाई लेगे सैया
मोर जोरे पिरित ला छोड़ाई लेगे सैया