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दुश्मन की पहचान / अहमेद फ़ौआद नेग़्म / राजेश चन्द्र

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हम जानते हैं
किसने अपमानित
किया है हमें

हमें यह भी मालूम है
कि हम कौन हैं।

हम इकट्ठा होते हैं
मज़दूरों, किसानों
और छात्रों के रूप में,

हमारा समय आ गया है
और हम बढ़ते ही जाएँगे
आगे की ओर
उस सड़क पर
जहाँ से वापसी सम्भव नहीं
मुक्ति का सूरज हमारे क़रीब है

हम
साफ़-साफ़
देख पा रहे हैं उसे ।

अँग्रेज़ी से अनुवाद : राजेश चन्द्र