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दूध पिये भैया / फुलवारी / रंजना वर्मा

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इमली की चटनी
और मक्की की रोटी।
अंबर ने बाँधी है
चांद की लंगोटी॥
बाबा खाये रोटी
दूध पिये भैया।
अम्मा के बक्से में
छाछ सा रुपैया॥