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दूरियों में न सजेंगे अब हम / रंजना वर्मा
Kavita Kosh से
दूरियों में न सजेंगे अब हम ।
आपके साथ रहेंगे अब हम।।
आँख में अश्क उमड़ आये तो
दर्द की धार बहेंगे अब हम।।
आपके पास नहीं रह पाये
याद के देश रहेंगे अब हम।।
रात आयेगी उजाला ले कर
चाँद के साथ चलेंगे अब हम।।
आप आँसू न बहाते रहिये
पीर दिल की न कहेंगे अब हम।।
कोई इल्जाम न रह पायेगा
दुश्मनों से यूँ लड़ेंगे अब हम।।
कोई बाधा न नजर आयेगी
रास्ते में न रुकेंगे अब हम।।