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दूसरे नाम से / अशोक वाजपेयी
Kavita Kosh से
मैं उम्मीद को
दूसरे नाम से पुकारना चाहता हूँ ।
मैं इस गहरी कामना को
एक उपयुक्त संज्ञा देना चाहता हूँ ।
मैं पलटता हूँ
कामना का कोश
एक नया शब्द पाने के लिए ।
मैं देखता हूँ
सारे नाम पानियों की तरह
बहते, लय होते
उसके नाम की नदी में ।