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देखियो के होगा / रणवीर सिंह दहिया
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सुणियो तमनै म्हारे देश के घणे बिगाड़े हाल,
देखियो के होगा॥
करजे के म्हाँ धँसा दिऐ ईसा बुणकै मकड़ जाल रै
काले कानूनाँ मैं फँसाये बण अम्बानी के दलाल रै
म्हारे पै कस कानूनी शिकंजे करे चाहे बेहाल
देखियो के होगा॥
पलँग निवारी देउँ कैहकै खोस म्हारा खटोला लेग्या
कमा कमा खेतां मैं मरे लूट कै पैप्सी कोला लेग्या
अम्बानी हर नै देश लूट लिया बणा दिये कंगाल
देखियो के होगा॥
खोदी अमीरी और ग़रीबी की तमनै गैहरी खाई
म्हारी धरती खोसण खातिर काली कानून बनाई
थारे काबू कोन्या आवाँ म्हारी सूणल्यो चंडाल
देखियो के होगा॥
सल्फास गोली ना खावां आये दिन थारी खिंचाई के
देशमैं हों रिश्ते बढ़िया हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई के
रणबीर नै करी कविताई, ठाये सही सवाल
देखियो के होगा॥