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देववाणी / मनमोहन
Kavita Kosh से
अड़ियल चट्टानों को ढहा दिया जाएगा
लगा दिया जाएगा
ढेलों पर पाटा चला दिया जाएगा
चौरस बनेगा
चौरस
हमारा या आर्यावर्त
बिना कोनों वाला
बिना नोकों वाला
इसे टिकाएँगे हम
हम आर्यपुत्र
हम अमृतपुत्र
इसे टिकाएँगे इसे टिकाएँगे
तलवार की नोंक पर