भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

देश के कहार हैं हम / गणेश पाण्डेय

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

देश के पैर हैं हम
देश के हाथ हैं हम
देशरत्न हैं आप
देश के कहार हैं हम

देश के मान्यवर हैं आप
यह देश हमारा भी है
यह देश आपका भी है

यह देश आपके पास है
हमारे पास क्या है ?