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देश हमारा / सूर्यकुमार पांडेय
Kavita Kosh से
देश हमारा, हमको प्यारा,
यह अपनी आँखों का तारा ।
इसकी आन नहीं जा सकती,
हम बच्चे इसके रखवाले ।
अंधकार में नई रोशनी —
ला सकते, हम हिम्मत वाले ।
नहीं किसी से भी हम डरते,
विपदाओं से खेला करते,
हम आगे बढ़ते जाएँगे,
एक हमारा, अपना नारा ।
हम भारत के वीर-बाँकुरे,
नन्हे बच्चे, मन के सच्चे ।
नहीं किसी को दुख पहुँचाते,
काम सभी हम करते अच्छे ।
हम घर भर के चाँद- सितारे,
सबके प्यारे, राज दुलारे,
अच्छे- सच्चे काम करेंगे,
अमर रहेगा देश हमारा ।