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दोस्त / नागराज मंजुले / टीकम शेखावत

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एक ही स्वभाव के
हम दो दोस्त

एक दूसरे के अजीज़
एक ही ध्येय
एक ही स्वप्न लेकर जीने वाले

कालान्तर में
उसने आत्महत्या की
और मैंने कविता लिखी..!

मूल मराठी से अनुवाद — टीकम शेखावत