धड़का दिल में प्यार तुम्हारा अभी-अभी - २
चमका है आरजू का सितारा अभी-अभी  - २ 
महबूब की निगाहें करम ऐसी चीज़ है - (२ )
वोह एक पल तो जान से हमको अजीज़ है 
जो हमने उनके घर में गुज़ारा अभी-अभी 
चमका है आरजू का सितारा अभी-अभी 
आये है हम शराबे मोहब्बत पिए हुए - २  
आँखों में इक खुमार की दुनिया लिए हुए 
दिल माँगता है उनका सहारा अभी-अभी 
चमका है आरजू का सितारा अभी-अभी 
बेताबियाँ रातों हमें अब्ब जगाएँगी - २ 
आएँगे जब वहाँ से तो यादें बुलाएँगी 
चाहेगा जीते जाए दुबारा अभी-अभी 
चमका है आरजू का सितारा अभी-अभी 
फ़िल्म : जाल (1967)