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धनराज शंभु / परिचय

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1977 में प्रशिक्षण महाविद्यालय से प्रशिक्षण प्राप्त कर हिंदी अध्यापक बने और अब तक हिंदी अध्यापन का कार्य कर रहे हैं।

रचनाएं: 1976 में "तरंगिनी" कविताएं, 1996 में "एहसास" कविताओं और गज़लों का संग्रह अन्य पत्र-पत्रिकाओं , अखबरों आदि में रचनाएं प्रकाशित होती रही हैं जिन में बसंत, आक्रोश, पंकज , रिमझिम, प्रभात आदि प्रमुख हैं।