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धर्म गँवाना ठीक नहीं / चन्द्रमोहन रंजीत सिंह
Kavita Kosh से
अँधा होना ठीक बुराई कभी देखना ठीक नहीं।
गूँगा होना ठीक मगर बुरा बोलना ठीक नहीं।
बहरा होना ठीक पराई निन्दा सुनना ठीक नहीं।
निर्बल होना ठीक बली बन करके सताना ठीक नहीं।
निर्धन होना ठीक धनी कंजूस कहाना ठीक नहीं।
संकट सहना ठीक मगर संकट से डरना ठीक नहीं।
मर मिटना है ठीक धर्म को मार डालना ठीक नहीं।
भूखा रहना ठीक मगर भूखा लोटाना ठीक नहीं।
गला कटाना ठीक मगर निज धर्म गँवाना ठीक नहीं।।