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नचाती है जो / नंदकिशोर आचार्य
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पत्ता झूमता है
एक छाया नृत्य करती है
धूप में
रूप की ख़ातिर
किस की लय है यह
धूप की
पत्ते की
या छाया की उस की
या उस अदृश्य हवा की
सब को नचाती है जो ?
—
2 जुलाई, 2009