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नजर- 2 / राजेन्द्र जोशी
Kavita Kosh से
एक बार देखा
पहली नजर में
सूरज से
नजरें गरमा गयीं
बदल गया दृश्य
कुछ इस कदर
शहर गायब हो गया
सब ओर अंधेरा छा गया..... !