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नदियाँ / अरविन्द पासवान
Kavita Kosh से
सोख जाएँगे नदियों का जल हम ही
हम ही
भर देंगे कचरे के ढेर से उन्हें
आनेवाली पीढ़ियों के लिए छोड़ जाएँगे नदियों को
चित्रों में