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नरक में / नजवान दरविश / राजेश चन्द्र
Kavita Kosh से
सन् 1930 के आसपास
ऐसा नाज़ियों द्वारा किया जाता था
अपने शिकारों को वे गैस चैम्बर के भीतर रखते थे
आज के जल्लाद कहीं अधिक पेशेवर हैं :
वे गैस चैम्बर को रखते हैं
अपने शिकारों के भीतर ही
अँग्रेज़ी से अनुवाद : राजेश चन्द्र