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नाच-नाच री कठपुतली / प्रकाश मनु

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नाच दिखा री कठपुतली,
कठपुतली, ओ कठपुतली
हमें दिखा दे राजा-रानी,
या फिर कोई नई कहानी।
एक फूलों का बाग दिखा दे,
हँसी-खुशी का राग दिखा दे।
या फिर तलवारों का परचम,
ढोल-नगाड़ों की हो ढमढम।
नए नए तू खेल दिखा दे!
नाच-नाच री कठपुतली
कठपुतली, ओ कठपुतली!
नाच-नाच रही कठपुतली!