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नानी नानी पापड़ी ने हाथ में चट्टियो / मालवी

   ♦   रचनाकार: अज्ञात

नानी नानी पापड़ी ने हाथ में चट्टियो
यूं दे भणे बाल ब्रहमचारी
भजो भैरवानन्द आनन्द कारी
फलाणा राम का रजपाल बाबा भेरू
फलाणी बऊ त भई बाप बाबा भेरू
फलाणा जमई छड़ीदार बाबा भेरूरा