भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

नाराज / हरे प्रकाश उपाध्याय

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

ना-राज में राज का निषेध है
फिर भी
आप तो ऐसे नाराज होते हो
जैसे राज की कोई बात हो
क्या आप किसी पर नाराज होते हुए
कभी सोचते हैं
कि आप उस पर राज नहीं कर रहे?

नाराज के आगे कोई ना कर दे
तो नानाराज हो जाता है
क्या आपने कभी इस तरह सोचा है
आपने इस तरह नहीं सोचा है तो...

फिर नाराज के बारे में आपने क्या सोचा है?
मेरा बच्चा नाराज के पहले
हमेशा 'का' जोड़ देता है और हँसता रहता है
देर तक...।