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नियम / लोग ही चुनेंगे रंग
Kavita Kosh से
तकिया अच्छा नहीं है
चादर साफ नहीं
पुस्तक जो बिस्तर के पास है
उस पर धूल की तह है.
बिस्तर के पार कमरे का शून्य
जिसे भरने की कोशिश में
आलमारी मेज़ जैसी चीज़ें.
कमरे और कमरे के बाहर का शून्य
जोड़कर बनता है विश्व शून्य.
बढ़ता ही रहता है शून्य.