नीचे देखो, सुन्दर चाँद,
और इस दृश्य को नहला दो,
बरसा दो मृदुल, निशा के प्रभामण्डल का प्रवाह,
इन भयावनी,
सूजी हुई नीली आकृतियों पर,
पीठों के बल पड़े हुए,
इधर-उधर बिखरी भुजाओं वाले शवों पर,
अपनी उदार प्रभा बरसा दो,
पावन चाँद !
1865
अंग्रेज़ी से अनुवाद : चन्द्रबली सिंह