न्यूयार्क के लिए एक क़ब्र-9 / अदोनिस
वाल्ट व्हिटमैन
मैं निग़ाह डालता हूँ मैनहटन की सड़कों पर फड़फड़ाते तुम्हें लिखे गए ख़तों पर ।
हरेक चिठ्ठी कुत्तों और बिल्लियों से लदी एक बोगी है । कुत्तों और बिल्लियों के लिए है इक्कीसवीं सदी ;
और जन के लिए सम्पूर्ण विनाश :
यह है अमेरिकी युग !
व्हिटमैन
मैंने मैनहटन में तुम्हें नहीं देखा और सब कुछ देखा मैंने । खिड़की से उड़ाया गया भूसा था
चन्द्रमा, और सूरज एक इलेक्ट्रॉनिक
संतरा । और जब एक काली सड़क,
अपनी बरौनियों पर झुके एक चन्द्ररमा की गोलाई वाली सड़क,
हार्लेम से लपक कर बाहर आई, सड़क के पीछे किरचों में बिखर गई एक रोशनी डामर पर
और घास की तरह डूब गई ग्रीनविच विलेज
पहुँचने पर, दूसरा लैटिन क्वार्टर, मेरा मतलब उस शब्द से है जो तब बनेगा जब आप
‘हब’ शब्द लिखें और उसके ‘एच’ के नीचे एक बिन्दी लगा दें …
(मुझे याद पड़ता है मैंने लन्दन के वायसराय रेस्तराँ में इसे लिखा था, तब मेरे पास स्याही के अलावा कुछ नहीं था और रात बड़ी हो रही थी चिड़ियों के पंखों की तरह ।)
व्हिटमैन
समय बतलाती है घड़ी । (न्यूयॉर्क -– औरतें हैं
जूठन के ढेर, और जूठन है राख़ की तरफ़ घिसटता समय) ।
समय बतलाती है घड़ी (न्यूयॉर्क –- व्यवस्था पाव्लोव है, और लोग हैं प्रयोगों के वास्ते …जहाँ युद्ध, युद्ध, युद्ध !)
समय बतलाती है घड़ी । (पूर्व से आ रही है एक चिठ्ठी ।
अपनी धमनियों से लिखा है लड़के ने उसे । मैं उसे पढ़ता हूँ : गुड़िया अब
नहीं रह गई है फ़ाख्ता । वह बन गई है एक फ़ील्ड-गन, एक मशीन-गन,
एक शॉट-गन … रोशनी की सड़कों पर शव जोड़ रहे हैं
हनोई को येरुशलम से, और येरुशलम को नील नदी से ।)
व्हिटमैन
समय बतलाती है घड़ी, और मैं वह देखता हूँ
जो तुमने नहीं देखा, मैं वह जानता हूँ जो तुमने नहीं जाना ।
मैं चलता हूँ पीले केकड़ों की तरह
झुण्ड में जमा होते टीन के डिब्बों के विशाल फैलाव के भीतर
लाखों द्वीपों से बने एक जन-समुद्र में; हर व्यक्ति एक स्तम्भ है
दो हाथ, दो पैर और एक फूटे सिर वाला. और तुम
ओ, अपराधी, निर्वासित, आप्रवासी,
तुम उन चिड़ियों की पहनी टोपियों के अलावा कुछ नहीं हो
जिन्हें अमेरिका के आसमान नहीं जानते !
व्हिटमैन, अब हमारी बारी आने दो । मैं अपनी टकटकी से गढ़ता हूँ एक सीढ़ी;
अपने क़दमों को बुनता हूँ किसी तकिये की तरह, और हम इन्तज़ार करेंगे ।
आदमी मर जाता है लेकिन बना रहता है क़ब्र के बाद तक भी ।
अब आने दो हमारी बारी । मैं इन्तज़ार करता हूँ मैनहटन और क्वींस के बीच
वोल्गा के दौड़ने का; इन्तज़ार करता हूँ ह्वांग हो के
उस मुहाने में बहने का जिसमें हडसन बहती है । चकरा गए ?
क्या ओरान्तेस नहीं बहा करती थी टाइबर में ? आने दो
इस बार हमारी बारी । मैं सुन रहा हूँ थर्राहट और गोलीबारी । वॉल-स्ट्रीट
और हार्लेम मिलते हैं –- कागज़ मिलता है गरज से, धूल झोंकों से ।
आने दो इस बार हमारी बारी । घोंघे बना रहे हैं अपने घोंसले
इतिहास की लहरों में । पेड़ नहीं जानता अपना नाम, और दुनिया की
त्वचा पर सूराख हैं, सूरज अपना मुखौटा और अपना अन्त बदलता है
और रोता है एक काली आँख में । आने दो इस बार हमारी बारी ।
हम एक पहिये से ज्यादा तेज़ घूम सकते हैं, तोड़ सकते हैं परमाणु को
और एक इलेक्ट्रॉनिक दिमाग़ में तैर सकते हैं –- चाहे बुझा हुआ हो या चमकीला,
खाली हो या भरा, हम एक चिड़िया में खोज सकते हैं मातृभूमि ।
आने दो इस बार हमारी बारी ।
एक नन्ही लाल किताब ऊपर चढ़ रही है, उस मंच पर नहीं जो
शब्दों तले बिला गया था, बल्कि वह जो फैल रहा है और बढ़ रहा है,
बुद्धिमान पागलपन का मंच
और बारिश जो इसलिए जागती है की सूरज को पा ले विरासत में । आने दो
इस बार हमारी बारी । धरती के माथे पर लुढ़कती
एक चट्टान है न्यूयॉर्क । उसकी आवाज़ है तुम्हारे और मेरे कपड़ों में, उसका चारकोल रंगता है
तुम्हारे और मेरे हाथ-पैरों को … मैं अन्त को देख सकता हूँ, लेकिन मैं समय को
कैसे पटाऊँ की गवाह बनने तक मुझे जीवित रखे । आने दो
इस बार हमारी बारी । और समय को बहने दो इस समीकरण के पानी पर :
न्यूयॉर्क + न्यूयॉर्क = क़ब्र या क़ब्र से निकलने वाला कुछ भी ।
न्यूयॉर्क + न्यूयॉर्क = सूरज ।