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पतंग / मुकेश मानस
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फर-फर करती उड़ी पतंग
आसमान में उड़ी पतंग
बड़े अनोखे रंग हैं इसके
खूब निराले ढंग हैं इसके
बच्चों की मन भरी पतंग
फर-फर करती उड़ी पतंग
दुश्मन हवा जाल फैलाए
फिर भी उसको रोक न पाए
हवा से लड़ती उड़ी पतंग
फर-फर करती उड़ी पतंग
रचनाकाल:1985