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पत्नी के लिए / विजय गौड़

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तुम माँ हो
मैं हूँ पिता
तुम्हारा और मेरा होना है
वो

पिता होना
प्रसूती के दौरान
कराहती हुई स्त्री की
चीख़ों में
दब जाना है ।