फुलाइत होएतैक एखनो बंशीबटक फूल
बहैत होएतैक एखनो धारक पानि
-अविराम
कुचरैत होएतैक एखनो चार पर
-कौवा
छिटकैत होएतैक एखनो हाथसँ
-ककबा
किन्तु आब नहि हेतैक ककरो हलफ
स्वप्न अथवा जागरणमे हमर
-प्रतीक्षा
अयनामे देखैत अपन गीत-गंध-पर्वत
पुलकित कहां ककरो करैत होएतैक
-हमरे टा नाम !