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परिवर्तन / ओम पुरोहित ‘कागद’
Kavita Kosh से
गिद्ध की जगह
बाज आ जाए
यदि ये ही परिवर्तन है
तो
जीने का इच्छुक
बेचारा जीव
अपना गोश्त
कैसे बचाए?