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पशु-पक्षी / नरेश अग्रवाल
Kavita Kosh से
बहुत सारे पशु-पक्षी
लाये गये हैं
जंगल से पकडक़र
अब आदमी पर
विश्वास करना
उनकी मजबूरी है
और शोर मचाना गुनाह ।