Last modified on 10 मई 2009, at 07:33

पहले जैसी मुहब्बत नहीं है / विजय वाते

बात करने की फ़ुरसत नहीं है।
पहले जैसी मुहब्बत नहीं है।

अब तुम्हें फोन भी कर सके हम
हमको इतनी इज़ाज़त नहीं है।

प्यार के साथ थी सब उम्मीदें,
अब किसी से शिकायत नहीं है।

कितनी ठंडक से ये कह दिया है,
अब तुम्हारी ज़रूरत नहीं है।

कोई तोहमत नई फिर उठाएँ
अब विजय इतनी हिम्मत नहीं है।