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पानी कम है / हरजीत सिंह 'तुकतुक'
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पानी कम है।
चलो फूलों से खेलें।
होली मिल के।
पानी कम है।
चाय में उनकी भी।
नेता जी हैं न।
पानी कम है।
कुओं, नदी, तालों में।
पेड़ काटे होंगे।
पानी कम है।
पर दिल बड़ा है।
तुम भी पियो।
पानी कम है।
बाढ नहीं है यह।
फ़र्ज़ी न्यूज़ है।
पानी कम है।
रात अभी बाक़ी है।
नीट पीते हैं।
पानी कम है।
आग नहीं बुझेगी।
लगाई क्यों थी?