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पानी गिरा झमाझम / प्रभुदयाल श्रीवास्तव
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पानी गिरा झमाझम नाना,
सड़क भरी है पानी से।
आज वहाँ न आ पाऊँगी,
बात बताना नानी से।
बहुत ज़रूरी हो आना तो,
नाव एक बनवा लेना।
हाँ नानाजी उसी नाव में,
मामा को भिजवा देना।
नाव चलाकर धीरे धीरे,
मैं घर पर आ जाउंगी।
आज रात का खाना नाना,
नानी के संग खाऊँगी।