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पानी / लीलाधर मंडलोई
Kavita Kosh से
यह चावल मोटा है
इसके पकने के साथ
पानी पकता हुआ
सफेद हो उठेगा
आप इसे फेंक देंगे यकीनन
देखो पिछवाड़े की झोंपड़ी की सिम्त
इसे पीकर निकल रहा है
आपके नौकर का बेटा
बस्ता उठाये स्कूल की तरफ