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पापा / मनविंदर भिम्बर
Kavita Kosh से
पापा !
मेरे प्यारे पापा !
मैं इंतज़ार करती रही
चाकलेट का
गुड़िया का
उस दिन पापा नहीं आए
पापा का शरीर आया
तिरंगे में लिपटा हुआ
माँ ने बताया
पापा शहीद हो गए हैं
आसमान में तारा बन गए हैं
पापा ! .....मेरे प्यारे पापा !!