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पालकी में बैठ कर आया करो ऐ जिंदगी / प्राण शर्मा

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पालकी में बैठ कर आया करो ऐ जिंदगी
हर किसी को हर घड़ी भाया करो ऐ जिंदगी

काला-काला टीका माथे पर तुम्हारे चाहिए
बन-संवर कर जब कभी आया करो ऐ जिदगी

सबसे है रिश्ता तुम्हारा सदियों से फिर पर्दा क्यों
अपना असली रूप दिखलाया करो ऐ जिंदगी

बेवज़ह हर एक पल मायूस क्यों हो आदमी
साथ अपने हर खुशी लाया करो ऐ जिंदगी

गर्मियों की तेज़ तपती धूप सी छाई हो तुम
छाना है तो बदली सी छाया करो ऐ जिंदगी

प्यार का हर राग गाती हो तो प्यारी लगती हो
प्यार का हर राग ही गाया करो ऐ जिंदगी