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पाल रोबसन से / नाज़िम हिक़मत
Kavita Kosh से
वे हमें अपने गीत नहीं गाने देते है, रोबसन,
ओ गायकों के पक्षीराज नीग्रो बन्ध !
वे चाहते हैं कि हम अपने गीत न गा सकें।
डरते है, रोबसन,
वे पौ के फटने से डरते हैं।
देखने,
सुनने,
छूने से
डरते हैं।
वैसा प्रेम करने से डरते हैं
जैसा हमारे फ़रहाद ने प्रेम किया
(निश्चय ही तुम्हारे यहाँ भी तो कोई फ़रहाद हुआ,
रोबसन, नाम तो उसका बताना ज़रा)
उन्हें डर है
बीज से,
पृथ्वी से,
पानी से,
और वे
दोस्त के हाथ की याद से डरते हैं —
जो हाथ कोई रियायत, कमीशन या सूद नहीं माँगता
जो हाथ उनके हाथों में किसी चिड़िया-सा फँसा नहीं।
डरते हैं, नीग्रो बन्धु,
वे हमारे गीतों से डरते हैं, रोबसन!
अँग्रेज़ी से अनुवाद : चन्द्रबली सिंह