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पिचानवै और पांच की दुनिया मैं छिड़ी लड़ाई हे / रणवीर सिंह दहिया

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1.
पिचानवै और पांच की दुनिया मैं छिड़ी लड़ाई हे॥
पांच नै प्रपंच रच कै पिचानवै की गेंद बनाई हे॥
पांच की ज़ात मुनाफा-मुनाफा उनका सै भगवान
मुनाफे की खातर मचाया पूरी दुनिया मैं घमासान
मुनाफा छिपाने खातर प्रपंच रचे सैं बे उनमान
हथियार क़िस्मत का ले धराशायी करया इंसान
पिचानवै रोवै क़िस्मत नै पांच की देखो चतुराई हे॥
पांच नै प्रपंच रच कै पिचानवै की गेंद बनाई हे॥
2
पूरे संसार के माँ पांच की कटपुतली सरकार
फ़ौज इनके इसारे पर संघर्षों पर करती वार
कोर्ट कचहरी बताये दुनिया मैं इनके ताबेदार
इनकी रोजाना बढ़ती जा मंदी मै भी लूट की मार
कितै ज़ात कितै धर्म पै पिचानवै की फूट बढ़ाई हे॥
पांच नै प्रपंच रच कै पिचानवै की गेंद बनाई हे॥
3
सारा तंत्र पांच खातर पिचानवै नै लूट रहया हे
कमाई पिचानवै की [पर पांच ऐश कूट रहया हे
पिचानवै बंटया न्यारा-न्यारा पी सबर का घूँट रहया हे
गेर कै फूट पिचानवै मैं पांच खागड़ छूट रहया हे
आपस मैं सिर फुडावां सम्मान इज़्ज़त गंवाई हे॥
पांच नै प्रपंच रच कै पिचानवै की गेंद बनाई हे॥
4
जब पिचानवै कठ्ठा होकै घाळ अपनी घालैगा भाई
भ्र्ष्टाचारी पांच का शासन ऊपर तक हालैगा भाई
ठारा कै बाँटै एक आवै ना कोए अश्त्र चालैगा भाई
नया सिस्टम खड्या हो इंसानियत नै पालैगा भाई
कहै रणबीर दीखै ना और कोए मुक्ति की राही हे॥
पांच नै प्रपंच रच कै पिचानवै की गेंद बनाई हे॥