विरथा में बिलमावणौ,भारी  भ्रस्टाचार|
अंतस हंदौ औळमो,सुणै नहीं सरकार||
विरथा सब रा वायदा,कूड़ तणी आ कार|
कूकै सगळा काळिया,सुणै नहीं सरकार||
धवळा चौगां धारिया,माडै कर  मनवार|
बणठण मंचां बैठिया,सुणै नहीं सरकार||
सूझै नीं साची कदै,दे मिनखां  नै   मार|
लोभी इसडा़ं लोक रा,सुणै नहीं सरकार||
कूडा़  वादा  काज  रा,वां सबदां री  वार|
औड़-झौड़ में उळझगी,सुणै नहीं सरकार||
कोजे ढाळै कूकतौ,अंतस मिनख अपार|
राडा़ं  देवै  राज  नै,सुणै नहीं  सरकार||
सारां हिळमिळ सांप्रत,डाकी गिया डकार|
कींकर रासण खूटियौ,सुणै नहीं  सरकार||
तटकै तांतां तोडि़या,अबकै  राज  अबार|
नैह ज किंया निभावसां,सुणै नहीं सरकार||
सदन मांयनै  चौरटां,पूग पचासां  पार|
डाकीचाळो कर डसै,सुणै नहीं सरकार||
मारकाट कर मोकळी,हरदम रह हुशियार|
आग लगावै  आंगणै,सुणै नहीं  सरकार||
खरी दुकानां खोल दी,रूपियां री कर रार|
रासण दे नीं रौळिया,सुणै  नहीं  सरकार||
जबरा  झींटा  झाल नै,दंभी  नै  दुत्कार|
निरलज सारा नेतियां,सुणै नहीं सरकार||
कूड़ कमाणौ खावणौ,लंपट लोभ लगार|
कैवे किणनै जा कवि,सुणै नहीं  सरकार||
जीणौ कींकर जगत में,वधियौ व्याभीचार|
पाप अणूतौ पेख  लो,सुणै  नहीं  सरकार||
मुंडै मीठी  मौवणी,खरौ ज  अंतै  खार|
अबै बेलियां आपणी,सुणै नहीं सरकार||
इतरी   अरजी  ईसरी,अबकै   देस  ऊबार|
नींतर सब रूळ जावसी,सुणै नहीं सरकार||
रंग बदळावै रोज रा,धवळा कपडा़ धार|
मीठी छुरियां मारणी,सुणै नहीं  सरकार||
खाट ले गिया खलकडा़ं,नैनी करी निंवार|
पागां आगा पटकिया,सुणै नहीं  सरकार||
केपी  घर   सूं  काढ दे,तौगे री   तरवार|
जाय हरावळ जूंझणौ,सुणै नहीं सरकार||
माल  उड़ावै  मारकां,धुन  धाडै़ती   धार|
निरलज कूडा़ नेतियां,सुणै नहीं सरकार||
इतरी  अरजी  ईसरी,अबकै  देस  ऊबार|
सदबुध दीजै सांच सह,सुणै नहीं सरकार||
नौंणो  चावै   नेतियां, विटळा   नर   वौपार|
किणदिस जावां कानजी,सुणै नहीं सरकार||
मांडो  आखर मौवणा,धचकै  धुंवांधार|
सायद आ चेतावनी,सुण लैसी सरकार||
बरस पांच अै बेलियाँ,ठीक काळजो ठार|
डांभ  दिरावै  देस  रै,सुणै  नहीं  सरकार||
साची कैवूं  सांवरा,हैलां  करूं  हजार|
तार सकै तो तार दे,सुणै नहीं सरकार||