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पुल छोटे पहिए खोटे / केदारनाथ अग्रवाल
Kavita Kosh से
ढेर लगा दिए हैं हमने
पुलों के
पहियों के
अपनी सदी के पार जाने को
लेकिन पुल छोटे हैं
सब पहिए खोटे हैं।
रचनाकाल: २८-०१-१९६१