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पूरी तरै स्यूं / निशान्त
Kavita Kosh से
लाख बुरी सई दुनियां
अर लाख बुरो सई म्हैं
जरूरत रै टेम
खूब आडा आया
मेरै लोग
पूरी तरै स्यूं
खत्म नीं हुई है
अच्छाइयां कठै भी ।