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पैघ कवि / दीप नारायण
Kavita Kosh से
कविता नहि थिक अभिनय
शब्दकोश त' किन्नहुँ नहि
एखनुक समय मे
बड़का 'कंफ्यूजन' अछि
कविता आ शब्दक कारीगरी मे
पत्रिका मे छपि गेला सँ
छपबा लेला सँ गतगर पोथी
लिखा लेला सँ भरिगर भूमिका
कि मंच पर चढ़ि
क' लेला सँ कविताक पाठ
आ की कोनो सम्मान आ पुरस्कारे
ई प्रमाणित नहि करैत अछि
कोनो कवि केँ कवि हैब
आ ने किनको कहि देला सँ
वा लिख देला सँ
भ' जाइत छैक कोइ
पैघ कवि
आ कि छोटे!
जिनका कविता मे
जतेक अछि कविता
ओ समय के ततेक पैघ कवि।