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प्यारी बेटी स्कूल जा रही है / कुमार सुरेश
Kavita Kosh से
अभी-अभी हमने लगभग जबरदस्ती
बिस्तर से खींच कर निकाला है उसे
हाथ में थमा दिया है ब्रश
उनींदी वह ब्रश कर रही है
माँ पूछ रही है उससे
क्या बस्ता जमा लिया था ?
जूतों पर पालिश है ?
बेल्ट और टाई कहाँ रखी है ?
बेटी नहीं दे पा रही है सही जवाब
घर में पसरता जा रहा है तनाव
हालाँकि बाहर फैलने को है सुबह
चिडिया चहचहाकर
सूरज का स्वागत कर रही हैं
अब इतना समय भी नहीं है
बेटी को टायलेट जाने या नहाने को कहा जाये
वह सहजता से बताती है
यह सब वह स्कूल से आकर करती है
तैयार हो टांग लिया है उसने
अपने कोमल कंधो पर
भारी बस्ता
सूरज अभी तक नेपथ्य में है
बस स्टॉप पर उसे बस में चढ़ा
लेता हूँ मैं चैन की साँस
घर जा कर निकालूँगा थोड़ी नींद
प्यारी बेटी स्कूल गयी है