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प्यार के इस क्षण में तुम मुझे / कमलेश्वर साहू

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प्यार के इस क्षण में तुम मुझे
ऐसे महसूसो
जैसे खुश्बू
ऐसे छुओ
जैसे फूल
ऐसे देखो
जैसे चांद
ऐसे बुनो
जैसे स्वप्न
ऐसे मानो
जैसे सच
ऐसे पढ़ो
जैसे शीर्षकहीन
कोई प्रेम कविता-
प्यार के इस क्षण में
तुम मुझे !