भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
प्रतिमा (2) / मदन गोपाल लढ़ा
Kavita Kosh से
कभी-कभी
कोई थुलथुल नेता
पूर लेता है
माल्यार्पण का
अपना शौक।
प्रतिमा
पा जाती है
अखबारों में
नेता के साथ जगह।
कौन है अहसानमंद
नेता या प्रतिमा ?
जानते हैं
मौन खगवृंद।