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प्रथम दिन का सूर्य / रवीन्द्रनाथ ठाकुर

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प्रथम दिन के सूर्य ने
अस्तित्व के नूतन आविर्भाव से पूछा,
"तुम कौन हो?"
उत्तर नहीं मिला.

वर्ष पर वर्ष चले गये.
दिन के अन्तिम सूर्य ने,
पश्चिमी समुद्र के तट पर निस्तब्ध खड़ी
संध्या के अंतिम प्रश्न से पूछा,
"तुम कौन हो ?"
उत्तर नहीं मिला.