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प्राण-1 / कुंदन अमिताभ

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कहाँ बसै छौं तोरऽ प्राण
तोंही कहेॅ पारऽ
तोरऽ हम्में केना कहेॅ पारभौं
बोल्हो तेॅ सही
कहाँ बसै छौं तोरऽ प्राण
देखऽ चुप्प रहै के हिसकऽ
ठीक नै
बोल्हो तेॅ सही खकसी केॅ
कहाँ बसै छौं तोरऽ प्राण
रावण नाकी घमंड में
कंस नाकी लोभऽ में
दुर्योधन नाकी हठऽ में
या फेरू बसै छौं तोरऽ प्राण
राम नाकी मर्यादा में
किशन नाकी
जीवन केरऽ सुन्दरता में
गाँधी नाकी परदुःखहरता में