रतन साहिब का शुमार उर्दू के उन अहम शुअरा में होता है जिन्होंने अपनी शायरी से ज़बान-ओ-अदब की बहुत ख़िदमत की है। उन्होंने दिल शाहजहांपुरी और जोश मलसियानी जैसे शुअरा से फ़ैज़ हासिल किया है।
रतन साहिब का शुमार उर्दू के उन अहम शुअरा में होता है जिन्होंने अपनी शायरी से ज़बान-ओ-अदब की बहुत ख़िदमत की है। उन्होंने दिल शाहजहांपुरी और जोश मलसियानी जैसे शुअरा से फ़ैज़ हासिल किया है।