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प्रो आल अहमद सरूर / हुस्ने-नज़र / रतन पंडोरवी
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रतन साहिब का शुमार उर्दू के उन अहम शुअरा में होता है जिन्होंने अपनी शायरी से ज़बान-ओ-अदब की बहुत ख़िदमत की है। उन्होंने दिल शाहजहांपुरी और जोश मलसियानी जैसे शुअरा से फ़ैज़ हासिल किया है।