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फ़र्क / कुमार विकल
Kavita Kosh से
एक छोटी —सी बात को लेकर
मैं बहुत रोया
रोने के बाद बहुत सोया
सोकर उठा तो बहुत सोचा
क्या हर आदमी रोता है?
मार्क्स एंगिल्स और लेनिन भी रोये थे|
हाँ ज़रूर रोये थे
लेकिन, रोने के बाद कभी नही सोये थे
अगर वे इस तरह सोये रहते
तो दुनिया के करोड़ों लोग कभी न जाग पाते|