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बगत कदैई रूक्यौ है? / राजेश कुमार व्यास

दोरो है
इण बगत
किरैई बारे में सोचणौ
अर
सोरी कठै रैयी है
बिना कारण करणी
किणी सूं मिळ’र हथायां
इन्टरनेट
केबल टीवी
अर
बजार जोवै बाट
बा देखो
भागती जा रैयी है ट्रेन
रूकण री नीं है बीनै अड़ी
बगत
किरैई खातर कदेई रूक्यो है?